होती थी किंतु लगातार नदियों से मछलियों के समाप्त होने के कारण उन्हें अब दूसरे रोजगार के ओर पलायन करना पड़ रहा है। सोन व रेडुका नदी की जलधारा में नदी को बांधकर खनन का कार्य किया जा रहा तो वही बड़ी-बड़ी नाव एवं नव के ऊपर लगाकर मशीनों से पानी के अंदर से प्रेशर के द्वारा बालू का खनन किया जा रहा है जिसे वीडियो में साफ देखा जा सकता है ऐसा भी नहीं की स्थानीय अधिकारियों को मामले की जानकारी नहीं है किंतु खनन कर्ताओं के आगे अधिकारी न जाने क्यों चुप्पी साथ रखे हैं।

By प्रवीण पटेल
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