ऊर्जांचल। एनसीएल खड़िया परियोजना में ओवर बर्डन का कार्य कर रही कंपनी में पैसा लेकर नौकरी देने का मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पैसा देने वालों को ना नौकरी मिली ना पैसा वापस हुआ। थकहार कर पीड़ितों ने मोरवा थाना सिंगरौली को पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। बीना क्षेत्र के भैरव निवासी विनोद यादव, धीरेंद्र यादव वही सिंगरौली निवासी श्याम राज सिंह ने आरोप लगाया कि सिंगरौली झींगुरदा परियोजना में मिट्टी हटाने के कार्य में जुटी कलिंगा लिमिटेड कंपनी के कथित हेड अधिकारी प्रशांत श्रीवास्तव के रिश्तेदार बताने वाले उक्त लोगों के साथ कई लोगों से कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपए वसूलने का आरोप लगाया कि महीनों बीतने के बावजूद ना नौकरी मिली ना पैसा वापस हुआ वही प्रवीण श्रीवास्तव का मोबाइल स्विच ऑफ जाने लगा। इस खेल में प्रिंस श्रीवास्तव, दीपक श्रीवास्तव और प्रवीण श्रीवास्तव के नाम सामने आ रहे हैं सूत्रों की माने तो खड़िया परियोजना में कलिंगा कंपनी को ओवर बर्डन हटाने का टेंडर मिलते ही दलाल सक्रिय होते नजर आ रहे हैं। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच में जुटी हुई है। बता दे कि जहां एक तरफ एनसीएल परियोजना में अधिकारियों द्वारा घूसखोरी करने का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है ऐसे में तकरीबन हर साल एनसीएल परियोजना में सीबीआई की छापामारी भी होती रहती है जो पूरी तरीके से आम हो चुका है। अब उसी रवैए को एनसीएल परियोजना में आउटसोर्सिंग का काम करने वाली कंपनियों के अधिकारी भी घूसखोरी में आ चुके है अब ऐसे में पीड़ित नौकरी के नाम पर लाखों लाख रुपए देकर भटकने को मजबूर है।
नौकरी दिलाने के नाम पर डकार लिए लाखों रुपए, ना नौकरी मिली ना पैसा, पीड़ित ने लगाई गुहार

By प्रवीण पटेल
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