आर्यावर्त न्यूज़
अनिल कुमार अग्रहरि
डाला सोनभद्र । नगर पंचायत डाला बाजार नागरवाशियों के राशन कार्ड को लेकर गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। यहां अधिकांश नंगर वासी बगैर राशन कार्ड के जीवनयापन कर रहे है, जिससे लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। वही नंगर अध्यक्ष को अपने राशन कार्ड से राशन समय पर मिल रहा है। नंगर वासियों की चिंता क्यों करें। नगर पंचायत डाला बाजार के नंगर अध्यक्ष के घर मे 5 यूनिट का राशनकार्ड ग्रामीण कोटेदार के यहां जारी है जिसमें माता, पिता, स्वयं और दो भाई के नाम जारी है। वही नंगर की अधिकांश नगरवासी नंगर में राशन के लिए परेशान है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने करीब 8 से 10 महीने पहले राशन कार्ड के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था, और अधिकारियों को आवेदन दिया । लेकिन तहसील के कई चक्कर लगाने के बावजूद उन्हें निराशा ही हाथ लगी है। नगरवासी सरिता पत्नी लल्लू ने बताया कि, “मैंने 10 महीने पहले ऑनलाइन आवेदन किया था, लेकिन बार-बार तहसील जाने पर मुझे वापस भेज दिया गया। इससे हमें यात्रा के लिए अनावश्यक धन व्यय करना पड़ा, लेकिन परिणाम अभी तक शून्य है।” कई नंगर वाशियों ने इसी तरह की शिकायत की और कहा कि “कई बार ऑनलाइन आवेदन के बाद भी हमारा राशन कार्ड नहीं बना।”
नागरवासियों ने जताई नाराजगी
नागरवाशियों का कहना है कि राशन नहीं मिलने से उनके जीवनयापन में समस्याएं बढ़ रही हैं। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों के इस रवैये पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि समस्याओं का समाधान होना अति आवश्यक है ताकि उन्हें उनका हक मिल सके। अधिकारियों के आश्वासन भी नागरवाशियों के मंसूबे पर पानी फेर रहा है।
राशन कार्ड न होने से नगरवासी परेशान रहते हैं. राशन कार्ड न बनने की वजह से उन्हें सरकारी योजनाओं का फ़ायदा भी नहीं मिल पाता. राशन कार्ड न होने से जीवन यापन में भी कई तरह की दिक्कतें आती हैं.